देश के पूर्वी हिस्से को उत्तर-पूर्व भारत से जोड़ने वाला Gorakhpur Siliguri Expressway अब एक नए एलाइनमेंट के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। गोरखपुर और कुशीनगर जिलों के 164 गांवों को जोड़ते हुए इस महत्वाकांक्षी परियोजना का DPR (Detailed Project Report) अब अंतिम चरण में है।
📍 Gorakhpur Siliguri Expressway in Hindi: कहां से कहां तक बनेगा एक्सप्रेसवे?
यह नया एक्सप्रेसवे अब गोरखपुर के सरंडा गांव से शुरू होगा, जो कुशीनगर-लखनऊ हाईवे से लगभग 4 किमी दूर स्थित है। यहां से यह जगदीशपुर-जंगल कौड़िया फोरलेन को जोड़ते हुए कुशीनगर की हाटा, कसया और तमकुहीराज तहसीलों के 141 गांवों से गुजरेगा।
🗺️ Gorakhpur Siliguri Expressway Route Map और Route Details:
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शुरुआत: सरंडा गांव, गोरखपुर
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राजस्व गांव: गोरखपुर में 23, कुशीनगर में 141
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लंबाई (UP में): 86.600 किमी
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कुल लंबाई: 525.590 किमी
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बिहार से लिंक: बिहार में एलाइनमेंट प्रक्रिया पूरी
🏙️ Gorakhpur–Siliguri Expressway Major Cities और लाभ
यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर से होते हुए सिलीगुड़ी, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया जैसे बड़े शहरों को जोड़ेगा। इसके माध्यम से नेपाल बॉर्डर, नॉर्थ ईस्ट और बंगाल से उत्तर भारत की दूरी में भारी कमी आएगी।
🏘️ Gorakhpur–Siliguri Expressway Village List (यूपी के प्रमुख गांव)
सदर तहसील के प्रमुख गांव:
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सरंडा, रमवापुर, नैयापार खुर्द, कर्महा, महराजी, सोनवे, अगया, उसका, मटिहनिया जनुबी, भापुरवा, गौरा, राउतपुर, महुअवा खुर्द, बसंतपुर (एहतेमाली, खास, तप्पा केवटली, मुतंजा), लुहसी, हेमछापर आदि।
🏗️ Gorakhpur Siliguri Expressway Latest News (जुलाई 2025 अपडेट)
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नया एलाइनमेंट: देवरिया को हटाकर अब सिर्फ गोरखपुर और कुशीनगर
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26.6 किमी की दूरी घटी: नए रूट से ट्रैवल टाइम और लागत दोनों में कटौती
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थ्रीडी सर्वे की तैयारी: अब किसानों की ज़मीन अधिग्रहण के लिए रिपोर्ट बन रही
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गांटा संख्या और रकबा तय: अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी
🗂️ Gorakhpur Siliguri Expressway DPR और निर्माण की दिशा में बड़ा कदम
NHAI ने जिले के 164 गांवों का राजस्व नक्शा मांगा है। थ्रीडी सर्वे और जमीन अधिग्रहण के बाद जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा।
अधिकारियों के अनुसार, अगले कुछ महीनों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होते ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
🛣️ यह एक्सप्रेसवे क्यों है खास?
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उत्तर भारत को पूर्वोत्तर और नेपाल से जोड़ेगा
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पर्यटन, व्यापार, सेना और आपदा प्रबंधन के लिहाज़ से रणनीतिक
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दिल्ली से सिलीगुड़ी की दूरी में होगी बड़ी कमी
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पूर्वांचल को मिलेगा देशव्यापी एक्सेस
📢 निष्कर्ष:
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे उत्तर और पूर्व भारत को जोड़ने वाला एक ऐतिहासिक इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट है। इसके पूरा होने से न केवल यात्रा का समय घटेगा, बल्कि आर्थिक विकास, कृषि, पर्यटन और व्यापार को भी नया आयाम मिलेगा।
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